LIVE Updates: अनुच्छेद 370 खत्म होने से अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद से मुक्ति मिलेगी-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए सरकार ने जो ऐतिहासिक फैसला लिया है उससे इन केंद्र शासित प्रदेशों में विकास की नई धारा बहेगी. जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोग पूरी तरह नई ऊर्जा से काम करेंगे.

एबीपी माझा वेब टीम Last Updated: 08 Aug 2019 09:05 PM



ये फैसला जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ ही पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा. जब दुनिया के इस महत्वपूर्ण भूभाग में शांति और खुशहाली आएगी, तो स्वभाविक रूप से विश्व शांति के प्रयासों को मजबूती मिलेगी. जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों के साथियों का आभार व्यक्त करता हूं. प्रशासन से जुड़े लोग, राज्य के कर्मचारी, पुलिस जिस तरह से स्थितियों को संभाल रही है वो प्रशंसनीय है. इस परिश्रम ने मेरा ये विश्वास और बढ़ाया है कि बदलाव हो सकता है. सरकार जम्मू-कश्मीर के साथियों को भरोसा दिलाना चाहती है कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानी भी कम होती चली जाएगी.-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमारे देश का मुकुट है और स्थिति सामान्य होते ही जम्मू-कश्मीर को दोबारा पूर्ण राज्य बना दिया जाएगा. हालांकि लद्दाख अलग केंद्रशासित प्रदेश ही बना रहेगा. जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव कराए जाएंगे.


अनुच्छेद 370 से फायदा क्या था ये कोई नहीं बता रहा था लेकिन इसे जारी रखने को लेकर लोग मान बैठे थे कि कुछ नहीं बदलेगा. हमारी सरकार ने ये बदलाव लाने का काम किया है और 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर से अलगाववाद, आतंकवाद और परिवारवाद को हटाने का भी काम किया है.
मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वो एक साथ मिलकर नए भारत के निर्माण के लिए कार्य करें. हमें सपनों को पूरा करना है और इसके लिए सबको मिलकर आगे आना होगा. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों का जीवन शांत और समृद्ध बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. -पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ईद का मुबारक त्यौहार भी नजदीक है. मेरी ओर से सभी को ईद की शुभकामनाएं हैं. सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि जम्मू-कश्मीर में लोगों को ईद मनाने में कोई परेशानी ना हो. जो लोग बाहर रहते हैं और घर वापस जाना चाहते हैं उनकी भी सरकार मदद कर रही है. सरकार भरोसा दिलाना चाहती है कि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न होने दी जाए, इसके पूरे प्रयास किए जा रहे हैं.
संसद में किसने मतदान किया, किसने समर्थन दिया और किसने नहीं दिया, इससे आगे बढ़कर अब हमें देखना है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हित में एकजुट होकर काम करना है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों की चिंता ये हम सबकी चिंता है. उनका सुख-दुख, हमारा सुख-दुख है. 370 से मुक्ति एक सच्चाई है जिस पर आपको विश्वास करना होगा. धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है.


लद्दाख में सोलर पावर का केंद्र बनने की ताकत है और सरकार ने सुनिश्चित किया है कि लद्दाख के विकास के लिए उसे पूरे अवसर प्रदान किए जाएं. कुछ लोगों को इस फैसले से असहमति है और मैं उसका भी सम्मान करता हूं. लेकिन मैं ये कहना चाहता हूं कि सरकार के फैसले से मतभेद रखने वाले देशहित को सर्वोपरि रखें. फैसले पर आपत्तियों का मैं सम्मान करता हूं लेकिन ऐसा करने वाले लोग भी देश हित में व्यव्हार करें, ऐसी मैं अपेक्षा रखता हूं.-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के केसर का रंग हो या कहवा का स्वाद, सेब का मीठापन हो या खुबानी का रसीलापन, कश्मीरी शॉल हो या फिर कलाकृतियां, लद्दाख के ऑर्गैनिक प्रॉडक्ट्स हों या हर्बल मेडिसिन, इसका प्रसार दुनियाभर में किए जाने का जरूरत है. अब से ऐसा संभव हो पाएगा. हर्बल प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ेगी तो वहां के किसानों को फायदा होगा. देश के कारोबारी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उत्पादों को दुनियाभर में पहुंचाएं.
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे पंचायत के चुनाव पारदर्शिता के साथ संपन्न कराए गए, वैसे ही विधानसभा के भी चुनाव होंगे. मैं राज्य के गवर्नर से ये भी आग्रह करूंगा कि ब्लॉक डवलपमेंट काउंसिल का गठन, जो पिछले दो-तीन दशकों से लंबित है, उसे पूरा करने का काम भी जल्द से जल्द किया जाए. नए होने वाले चुनावों में जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आगे आकर नेतृत्व का मौका मिलेगा. अपने अपने क्षेत्र से जुड़े लोगों के सामने आने से जम्मू-कश्मीर का सर्वांगीण विकास होगा.
दशकों के परिवारवाद ने जम्मू कश्मीर के युवाओं को अवसर ही नहीं दिया. अब युवा राज्य का नेतृत्व करेंगे और इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. पहले जम्मू-कश्मीर की बेटियों को उनका हक नहीं मिलता था लेकिन सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि अब से जेएंडके की बेटियों को भी उनका हक पूरे सम्मान से मिल पाएगा.

अन्य राज्यों में अल्पसंख्यकों के हितों के संरक्षण के लिए माइनॉरिटी एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था. देश के अन्य राज्यों में श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए Minimum Wages Act लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ये सिर्फ कागजों पर ही मिलता था. देश के अन्य राज्यों में सफाई कर्मचारियों के लिए सफाई कर्मचारी एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के सफाई कर्मचारी इससे वंचित थे. देश के अन्य राज्यों में दलितों पर अत्याचार रोकने के लिए सख्त कानून लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था.-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि जम्मू कश्मीर में दशकों से हजारों लाखों की सख्यां में ऐसे लोग रहते हैं जिन्हें लोकसभा चुनाव में वोट डालने का अधिकार था लेकिन विधानसभा, नगरपालिका के चुनाव में ना तो वो मतदान कर सकते थे ना लड़ सकते थे. अब सरकार के फैसले के बाद आपका जनप्रतिनिधि पहले जैसे ही आपके बीच से ही चुना जाएगा. जैसे पहले आपके सीएम होते थे वैसे ही आगे भी होंगे. नई व्यवस्था में केंद्र सरकार की ये प्राथमिकता रहेगी कि राज्य के कर्मचारियों को, जम्मू-कश्मीर पुलिस को, दूसरे केंद्र शासित प्रदेश के कर्मचारियों और वहां की पुलिस के बराबर सुविधाएं मिलें.
जम्मू-कश्मीर में राजस्व घाटा बहुत ज्यादा बढ़ गया है जो कि चिंता की बात है और अब सरकार इसे कम करने की दिशा में काम कर पाएगी. यहां सड़क और रेल लाइन का विस्तार किया जाएगा और आईआईटी, आईआईएम, एम्स, सिंचाई परियोजनाओं के विकास की दिशा में काम किए जाएंगे. जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में सरकारी नौकरियों में भर्ती की जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर आर्टिकल 370 और 35ए के नकारात्मक प्रभावों से जल्द बाहर निकलेगा. नई व्यवस्था में केंद्र सरकार की प्राथमिकता रहेगी कि राज्य के कर्मचारियों को दूसरे केंद्र शासित प्रदेश के कर्मचारियों के बराबर सुविधाएं मिलें. यहां सेना और अर्धसैनिक बलों में स्थानीय युवाओं की तैनाती की जाएगी. हमारी सरकार उन योजनाओं को अमली जामा पहनाएगी जो कि पहले सिर्फ कागज तक सीमित रहती थीं. कुछ समय के लिए जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश रहेगा और बाद में इसमें फिर बदलाव किया जाएगा. राज्यपाल शासन में वहां विकास हो रहा है और अब आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य का और तेजी से विकास होगा.
अनुच्छेद 370 और 35ए, इन दोनों अनुच्छेदों का इस्तेमाल कुछ लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान द्वारा एक शस्त्र के तौर पर इस्तेमाल किया गया. अब हमारी सरकार ने इसे हटाया है और आगे से पाकिस्तान अपने मंसूबे पूरे नहीं कर पाएगा. जम्मू-कश्मीर 370 और 35ए के नकारात्मक प्रभावों से बाहर निकलेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि जो सपना सरदार पटेल का था, बाबा साहेब अंबेडकर का था, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का था, अटल जी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो अब पूरा हुआ है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को सालों से अटका हुआ उनका हक मिला है और उनके देश के साथ एक साथ आने का रास्ता साफ हुआ है.

हमारी सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है और इससे एक नए युग की शुरुआत हुई है. अलगाववाद. आतंकवाद, परिवारवाद स्थापित हो चुका था जिसको 370 को हटाकर दूर किया गया है. हर देशवासी को इसके लिए बहुत बहुत बधाई है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग अपने अधिकारों से वंचित थे लेकिन देश के हर नागरिक का हक और दायित्व समान है. हमारी सरकार ने इसे स्थापित करने का काम किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनका सालों से रुका हुआ हक मिला है. हमारी सरकार ने करोड़ों देशभक्तों का सपना पूरा किया है. अनुच्छेद 370 के खत्म होने के लिए मैं देश के करोड़ों लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के संबोधन में जहां जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने पर कुछ महत्वपूर्ण संदेश दे सकते हैं वहीं कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर भी कुछ बता सकते हैं. एबीपी न्यूज पर पीएम मोदी का पूरा संबोधन आप सुन सकते हैं.
5 अगस्त सोमवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव पास हो गया और इसके अगले दिन यानी मंगलवार 6 अगस्त को लोकसभा से भी ये प्रस्ताव पास हो गया. लोकसभा में इसके पक्ष में 370 वोट पड़े और विरोध में 70 वोट पड़े.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से थोड़ी देर बाद रात 8 बजे देश की जनता को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि वो अपनी सरकार के अनुच्छेद 370 पर किए गए फैसले के बारे में जनता को बताएंगे और उन्हें भरोसा दिलाएंगे कि ये फैसला जम्मू-कश्मीर और देश की जनता के हक में है.

पार्श्वभूमी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि पीएम मोदी जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और सूबे को दो हिस्सों में बांटने और दो नए केंद्र शासित राज्य के गठन के बाद उत्पन्न हालात और कश्मीरियों की नाराज़गी कम करने को लेकर अपनी बात रखेंगे. पीएम मोदी ये बताने की कोशिश करेंगे कि उनकी सरकार का ये फैसला कैसे उनके हक में है.


 


प्रधानमंत्री का यह संबोधन बुधवार को ही होना था, लेकिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन के कारण सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए थे. मंगलवार को लोकसभा में अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पास होने पर उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है.


 


पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ''मैं जम्मू-कश्मीर की बहनों और भाइयों के साहस और जज्बे को सलाम करता हूं. वर्षों तक कुछ स्वार्थी तत्वों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का काम किया, लोगों को गुमराह किया और विकास की अनदेखी की. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब ऐसे लोगों के चंगुल से आजाद है. एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है!''


 


पीएम मोदी ने विशेष रूप से गृहमंत्री अमित शाह को बधाई देते हुए लिखा, ''हमारे गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के बेहतर जीवन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. उनके समर्पण और अथक प्रयासों से ही इन विधेयकों का पारित होना संभव हो पाया है. इसके लिए मैं अमित भाई को विशेष बधाई देता हूं.''


 


कश्मीर: स्थानीय नागरिकों के साथ खाना खाते दिखे डोभाल
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू-कश्मीर में डेरा डाले हैं. डोभाल ने बुधवार को शोपियां में कुछ स्थानीय लोगों के साथ खाना खाया और उनसे बातचीत की. डोभाल शोपियां में जम्मू-कश्मीर के पुलिसकर्मियों से भी मिले. इस दौरान जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह मौजूद थे. अजीत डोभाल ने अन्य सुरक्षाबलों के जवानों से भी मुलाकात की और फोटो खिंचवाई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अजीत डोभाल सोमवार से ही घाटी में हैं और लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं.


 


370 हटने से बौखलाया पाकिस्तान, भारत से राजनयिक रिश्ते कम करने का फैसला
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के एलान ने पाकिस्तान को ऐसा परास्त कर दिया है कि पूरे पाकिस्तान में बौखलाहट है. इमरान पर चौतरफा दबाव है.. लिहाजा आनन-फानन में पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई और भारत से राजनयिक और कारोबारी रिश्ते तोड़ने का फैसला ले लिया. इसके साथ ही पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को UN ले जाने की घोषणा की और भारतीय विमानों के लिए कुछ रूट पर दोबारा एयरस्पेस बंद कर दिए. पाकिस्तान ने कहा है कि पाकिस्तान अपने हाई कमिश्नर को भारत में नहीं रखेगा और भारतीय उच्चायुक्त को भी वापस भेजा जाएगा.


 


भारत का पाक को जवाब- ध्यान भटकाने की कोशिश ना करे
पाकिस्तान को भारत की ओर से आधिकारिक जवाब का इंतजार है, लेकिन सरकार के सूत्रों के हवाले से जो जानकारी आई है, उसके मुताबिक पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ध्यान भटकाने की कोशिश न करे और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करे. सूत्रों के मुताबिक भारत ने कहा, ''पाकिस्तान ध्यान भटकाने की कोशिश नहीं करे. पाकिस्तान को अपने देश से पैदा हो रहे आतंकवाद पर लगाम लगाने की जरूरत है. अपनी नाकामी छिपाने के लिए पाकिस्तान झूठा शोर मचा रहा है. ठीक उसी तरह जैसे कि दूध की शीशी तोड़ने वाला बच्चा रोकर ध्यान भटाकाने की कोशिश कर रहा हो. जो भारत की सरकार ने किया है, उसका दुनिया से कोई लेना देना नहीं है. हताशा में पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया आ रही है.''

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