LIVE: पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने धरना खत्म किया, हरेक मृतक परिवार को 10 लाख देगी कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की रात चुनार गेस्ट हाउस में गुजरी. हिरासत में लेने को लेकर प्रियंका गांधी ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि मैंने कोई कानून नहीं तोड़ा है. पीड़ित परिवार से मिलना मेरा नैतिक अधिकार है. अगर सरकार पीड़ितों से मिलने के अपराध के लिए मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं. वहीं इस मामले में कल राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार प्रियंका से डरी हुई है और उन्हें हिरासत में लेना गैरकानूनी है. पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहें.

एबीपी माझा वेब टीम Last Updated: 20 Jul 2019 01:35 PM
प्रियंका गांधी ने कहा, ''प्रशासन की सहमति और मिलीभगत से पूरी घटना हुई है.. घटना के सुबह पुलिस ने फोन कर थाने बुलाया.. आशंका जताने पर कहा कि कुछ नहीं होगा. महिलाओं पर फर्जी मुकदमे दायर किए गए हैं. हम इनके साथ खड़े हैं. इनकी लड़ाई लड़ेंगे.
पीड़ित परिवारों को 25 लाख का अनुदान मिले, जमीन पर इनका मालिकाना हक मिले, मामला फ़ास्ट ट्रैक किया जाए, गलत केस खत्म किए जाए.''
पीड़ित परिवार ने प्रियंका गांधी से बताया- 17 तारीख को 11 बजे लोग बंदूक-डंडों के साथ पहुंच कर विवादित जमीन जोतने लगे. हम लोगों ने विरोध किया तो मारना शुरू कर दिया. हम चाहते हैं कि ट्रस्ट की जमीन आदिवासियों के बीच बांट दिया जाए.
पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने धरना खत्म कर लिया है. कांग्रेस ने ये ऐलान किया है कि पार्टी हरेक मृतक परिवार को 10 लाख अनुदान के रुप में देगी.
राहुल गांधी ने फेसबुक पर लिखा है, ‘’सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा को तानाशाही प्रवृति वाली यूपी सरकार ने चुनार गेस्ट हाउस में कैद करके बिना बिजली-पानी के रातभर रोके रखना लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश है. कांग्रेस इन हथकंडों से डरकर दलितों और आदिवासियों की लड़ाई लड़ना बंद नहीं करेगी.’’
सोनभद्र जाने को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा है कि जब तक मुझे पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दिया जाता तबतक मैं कुछ ना खाउंगी ना कुछ पीउंगी. मैं यहां से हिलने वाली नहीं हूं.


प्रियंका गांधी को रोके जाने पर कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले को लेकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय योगी सरकार ने पूरे गांव को छावनी में तबदील कर दिया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि योगी सरकार किसके साथ है, पीड़ित परिवारों के या आरोपियों के?
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को रोकने पर अब कांग्रेस ने राज्यपाल राम नाईक को ज्ञापन सौंपा है.
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को रोकने पर अब कांग्रेस ने राज्यपाल राम नाईक को ज्ञापन सौंपा है.
चुनार के गेस्ट हाउस के बगीचे में पीड़ित परिवार की महिलाओं ने प्रियंका गांधी को देखते ही रोना शुरू कर दिया. इस दौरान प्रियंका भावुक हो गईं. उन्होंने महिलाओं से बातचीत की और उन्हें पानी पीने के लिए कहा.
प्रियंका गांधी सोनभद्र गोलीकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने पर अड़ी है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने उनपर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि प्रियंका गांधी वहां फोटो सेशन कराने गई हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा है कि प्रशासन पीड़ित परिवार को मुझसे मिलने नहीं दे रहा. उन्होंने कहा कि मुझे प्रशासन की मानसिकता समझ नहीं आती. प्रशासन न तो मुझे उनसे मिलने दे रहा है और ना ही पीड़ित परिवारों को मुझसे मिलने दिया जा रहा. आखिर पीड़ित परिवार ने कौनसा अपराध किया है? हालांकि दावा किया जा रहा है कि प्रियंका से मिलने वाले लोग पीड़ित परिवार के रिश्तेदार हैं.
पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ प्रियंका जब बाहर निकलने लगी तो पुलिस ने उन्हें एक बार फिर रोक लिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई. जिसके बाद प्रियंका गांधी फिर से वहीं बैठ गईं.
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवार के सदस्यों ने कहा है कि हमें यहां पर प्रशासन नहीं लेकर आया. हम खुद टैम्पु लेकर यहां पहुंचे हैं. हमारे साथ करीब 15 लोग यहां आए हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा है, ''जिनसे मैं मिलने आई थी, वो मुझसे मिलने आए हैं. मैं तब से कह रही हूं कि एक बार मुझे पीड़ितों से मिलने तो दें. पीड़ितों को क्यों रोका जा रहा है. इन्होंने कौनसा अपराध किया है. प्रियंका से पीड़ित परिवार के दो सदस्य मिलने पहुंचे हैं.''
सोनभद्र हत्याकांड का पीड़ित परिवार मिर्जापुर के चुनार में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने पहुंचा है. प्रशासन खुद पीड़ित परिवार को प्रियंका से मिलवाने लेकर पहुंचा. प्रियंका कल से चुनार गेस्ट हाउस में पीड़ित परिवार से मिलने को लेकर धरना दे रही थीं.
प्रियंका गांधी के बाद अब कांग्रेस नेता जीतिन प्रसाद, आरपीएन सिंह और दीपेन्द्र हुड्डा भी प्रियंका गाधी के समर्थन में चुनार गेस्ट हाउस पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल में सोनभद्र जाएंगे, लेकिन वह इससे पहले चुनार में प्रियंका गांधी से मुलाकात करेंगे.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का कहना है कि बीजेपी अपने पाप छुपाने के लिए प्रियंका गांधी को पीड़ितों से मिलने नहीं दे रही है. हमारी राज्यपाल से मांग है कि उत्तर प्रदेश की सरकार संविधान के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है, इसे रोका जाना चाहिए. प्रियंका को मौक़े पर जाने का पूरा अधिकार है.
सोनभद्र में प्रशासन ने आदिवासी पीड़ित परिवारों के रिश्तेदारों को भी गांव जाने से रोक दिया है. सभी रिश्तेदारों को गांव के बाहर रोक लिया गया है.
प्रियंका गांधी ने आज सुबह ट्वविटर पर सोनभद्र पीड़ितों की एक वीडियो शेकर करके लिखा है, ''क्या इन आंसुओं को पोंछना अपराध है?''



प्रिंयका गांधी ने कहा कि क्या बीजेपी का कोई मंत्री, सांसद पीड़ित परिवार के आंसू पोछने वहां गया है? क्या उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है.प्रियंका ने दावा किया है कि अधिकारी मुझे रोकने का आदेश नहीं दिखा रहे हैं.
आज गेस्टहाउस से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो मुझे अपनी गाड़ी से ले जाइए नहीं तो पीड़ितों से मुझे कहीं ओर मिलवा दें. प्रशासन जहां कहेगा मैं वहां मिल लूंगी. उन्होंने कहा कि मैं पीड़ितों से मिले बिना नहीं जाउंगी. सरकार को जो करना है वह कर ले.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल भी आज सोनभद्र जाएंगे. वह पहले चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी से मिलेंगे. प्रियंका अभी भी चुनार के गेस्ट हाउस में मौजूद हैं. वह अभी तक बाहर नहीं निकली हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने
प्रशासन से कहा है कि सोनभद्र के पीड़ितों को चुनार लाकर उनसे मिलवा दिया जाए.
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन के नेतृत्व में टीएमसी का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वाराणसी पहुंच गया है, लेकिन पुलिस ने सभी नेताओं को वहीं रोक लिया है. टीएमसी नेता आज सोनभद्र जाएंगे.
प्रियंका गांधी के धरने का आज दूसरा दिन है. प्रियंका गांधी ने कहा है कि अगर मुझे सोनभद्र नहीं जाने दे रहे तो पीड़ित परिवार को चुनार लाकर मिलवाने दें. बीती रात वाराणसी के कमिश्नर से प्रियंका ने ये बात कही. कांग्रेस नेता अजय राय ने बताया कि इस पर प्रशासन ने कोई आश्वासन नहीं दिया है.
कांग्रेस नेता अजय लल्लू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की संवेदना मर गई है. सरकार अपने पाप को छुपाने के लिए प्रियंका गांधी को रोक रही है. उन्होंने बताया, ‘’नगरपालिका की तरफ से जेनरेटर की व्यवस्था की गई है ताकि गेस्ट हाउस के बाहर के इलाकों अंदर भी बिजली मिल सके. अंदर पीने के पानी का इंतजाम है. बाहर लोग खुद खरीद रहे हैं. नगरपालिका की तरफ से पानी का टैंकर लगवाया गया है.’’

प्रियंका गांधी के सोनभद्र जाने की जिद पर अब कमिश्नर ने नया प्रशासनिक आदेश दिया है. सोनभद्र में मीरजापुर-भदोही के रास्ते में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. तृणमूल कांग्रेस के 3 सांसद और 2 विधायकों का प्रतिनिधिमंडल आज सोनभद्र जाने के लिए वाराणसी पहुंचेगा. हालांकि उन्हें भी सोनभद्र जाने से रोका जाएगा.
प्रियंका गांधी थोड़ी देर बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं. कल पूरी रात प्रियंका मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में रुकी और वहीं सोई. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि गेस्ट हाउस में पानी और बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है. प्रियंका सोनभद्र में पीड़ित परिवार से मिलने को लेकर कल दोपहर से अड़ी हुईं हैं.
प्रियंका गांधी के कमरे का दरवाजा सुबह काफी देर तक बंद रहा. शायद वह देर रात तक जागने के कारण देर तक सो रही थीं. उनके कमरे के बाहर पुलिसवाले रातभर पहरा देते रहे. वहीं, कार्यकर्ता फर्श पर दरी बिछाकर सोए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा है कि अंतिम दिन तक यह लड़ाई जारी रहेगी और प्रियंका जी पीड़ितों से बिना मिले वापस नहीं जाएंगी.
कांग्रेस नेता लल्लू सिंह ने दावा किया है कि जिस चुनार गेस्ट हाऊस में प्रियंका गांधी रुकी हुई हैं, वहां अभी भी बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं हैं. उन्होंने बताया कि रात में कांग्रेस कार्यकर्ता अपने खर्च से जेनरेटर लेकर आए, लेकिन उसने भी काम नहीं किया.
टीएमसी का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज यूपी के सोनभद्र का दौरा करेगा. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन के नेतृत्व में ये प्रतिनिधिमंडल जाएगा. इसमें सुनील मंडल, अबीर रंजन बिस्वास और उमा सरेन है. ये प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मुलाकात करेगा.
सोनभद्र गोलीकांड को लेकर सियासी सरगर्मियों में शुक्रवार को आई तेजी के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के दूसरे नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रियंका को अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया और उत्तर प्रदेश सरकार लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रही है.



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्याय का वादा किया और कहा कि इस संबंध में उप मंडलीय अधिकारी समेत चार अफसरों को निलंबित किया गया है. आदित्यनाथ ने सदन में दिये गए बयान में कहा कि इसके अलावा ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त और उसके भाई समेत 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) के नेतृत्व में एक समिति भी गठित की गई है जो 10 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी.

पार्श्वभूमी

मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश में सोनभद्र हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को कल हिरासत में ले लिया गया. जिसके बाद उनकी रात चुनार गेस्ट हाउस में गुजरी. हिरासत में लेने को लेकर प्रियंका गांधी ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि मैंने कोई कानून नहीं तोड़ा है. पीड़ित परिवार से मिलना मेरा नैतिक अधिकार है. प्रियंका ने यह भी कहा कि अगर सरकार पीड़ितों से मिलने के अपराध के लिए मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं. वहीं इस मामले में कल राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार प्रियंका से डरी हुई है और उन्हें हिरासत में लेना गैरकानूनी है. प्रियंका आज इस मामले में सुबह 8 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं. पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.

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