Chandrayaan-2 LIVE: पीएम मोदी ने किया राष्ट्र को संबोधित, कहा- ज्ञान का सबसे बड़ा शिक्षक है विज्ञान, शानदार रही चंद्रयान की यात्रा
Chandrayaan-2: इसरो से राष्ट्र को अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश और वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है. विज्ञान में विफलता होती ही नहीं, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं. हर प्रयोग-हर प्रयास ज्ञान के नए बीज बो के जाता है. नई संभावनाओं की नींव रखके जाता है.
एबीपी माझा वेब टीम
Last Updated:
07 Sep 2019 08:48 AM
पीएम मोदी ने कहा, ‘’ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है। विज्ञान में विफलता होती ही नहीं, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं. हर प्रयोग, हर प्रयास ज्ञान के नए बीज बो के जाता है. नई संभावनाओं की नींव रखके जाता है और हमें अपनी असीम सामर्थ का एहसास दिलाता है.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘’अगर अपनी शुरुआती चुनौतियों, दिक्कतों से हम हार जाते तो आज इसरो दुनिया की अग्रणी स्पेस एजेंसियों में से एक भी स्थान नहीं ले पा परिणाम अपनी जगह हैं, लेकिन मुझे और पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों आप सभी के प्रयासों पर गर्व है.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''हमारे हजारों सालों का इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा हुआ है जब शुरुआती रुकावटों के बावजूद हमने ऐतिहासिक सिद्धियां हासिल की हैं. खुद ISRO भी कभी न हार मानने वाली संस्कृति का जीता-जागता उदाहरण है.’’
पीएम मोदी ने आगे कहा, '' मैं आपके साथ हूं, देश आपके साथ है. हर मुश्किल हमे कुछ नया सिखा कर जाती है. इस वक्त चंद्रयाण चांद को गले लगाने के लिए दौड़ पड़ा है. हमे याद रखना होगा कि चंद्रयाण की यात्रा शानदार रही है.''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '' आज चंद्रमा को छूने की हमारी इच्छाशक्ति और दृढ़ हुई है, संकल्प और प्रबल हुआ है आप लोग मक्खन पर लकीर वाले नहीं, पत्थर पर लकीर करने वाले लोग हैं. परिणामों से निराश हुए बिना निरंतर लक्ष्य की तरफ बढ़ने की हमारी परंपरा भी रही है और हमारे संस्कार भी रहे हैं.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, '' आज चंद्रमा को छूने की हमारी इच्छाशक्ति और दृढ़ हुई है, संकल्प और प्रबल हुआ है. इस मिशन के साथ जुड़ा हुआ हर व्यक्ति एक अलग ही अवस्था में था बहुत से सवाल थे, बड़ी सफलता के साथ आगे बढ़ते हैं. अचानक सबकुछ नजर आना बंद हो गया, मैंने भी उस पल को आपके साथ जिया है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ''रुकावटों से हौसला और मजबूत होगा. आज भले ही कुछ रुकावटें हाथ लगी हो लेकिन इससे हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा है, बल्कि और मजबूत हुआ है. आज हमारे रास्ते में भले ही एक रुकावट आई हो, लेकिन इससे हम अपनी मंजिल के रास्ते से डिगे नहीं हैं. मैं आपके चेहरे की उदासी पढ़ पा रहा हूं,''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘’चंद्रयान-2 का चांद पर उतरने से ठीक पहले संपर्क टूट गया और वैज्ञानिक परेशान हो उठे. देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है. आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए, उसकी जय के लिए जीते हैं. आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए जूझते हैं. आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए जज्बा रखते हैं. मां भारती का सर ऊंचा हो, इसके लिए पूरा जीवन खपा देते हैं.''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘’कई रातों से वैज्ञानिक सोए नहीं हैं. वैज्ञानिक देश के लिए अपनी पूरी जिंदगी खपा देते हैं. आप लोग मां भारती के लिए जीते हैं. आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पाता था.’’
इसरो से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. भाषण शुरू करने से पहले लगाए भारत माता की जय के नारे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 8 बजे ISRO कंट्रोल सेंटर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इसरो ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है.
ISRO की तरफ से मीडिया सेंटर को जानकारी दी गई है. ISRO ने अपने बयान में कहा है कि जो प्रेस कॉन्फ्रेस होनी थी वो रद्द कर दी गई है. 2.1 किलोमीटर पहले लैंडर से संपर्क टूटा. डाटा का अध्ययन अभी जारी है.
चंद्रयान-2 को लेकर अभी उम्मीद बाक़ी है. ISRO ने 15 मिनट इंतज़ार करने के लिए कहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि भारत को हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है! उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और हमेशा भारत को गौरवान्वित किया है. ये साहसी होने का क्षण है, और हम साहसी होंगे. ISRO चेयरमैन ने चंद्रयान -2 पर अपडेट दिया. हम आशान्वित बने हुए हैं और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम पर कड़ी मेहनत जारी रखेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा, जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं, उम्मीद की किरण बाकी है. हर पड़ाव से हम सीखते रहते हैं. देश की सेवा करने को लिए आप सब को बधाई. मैं आपके साथ हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों से हिम्मत रखने को कहा है. पीएम ने ISRO चेयरमैन की पीठ थपथपाई. उन्होंने कहा कि जो किया वो छोटा नहीं था. आपने देश, विज्ञान और मानव जाति की बहुत बड़ी सेवा की है. मैं पूरी तरह से आपके साथ हूं.
ISRO चेयरमैन ने कहा है कि विक्रम लैंडर से संपर्क टूट गया है. 2.1 किलोमीटर की दूरी तक सबकुछ सामान्य था. बता दें कि अभी और जानकारी का इंतजार है.
लैंडर की सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है, ऐसा माना जा रहा है लैंडर भटक गया है. इसरो की ओर से आधिकारिक घोषणा का इंतजार है. कंट्रोल रूम में आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं वैज्ञानिक.
चंद्रयान-2 के बारे में जानकारी का इंतजार है. इसरो के कंट्रोल रूम में वैज्ञानिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं. वैज्ञानिकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं.
चांद की सतह से बहुत नजदीक पहुंचा चंद्रयान, ISRO ने कहा है कि सबकुछ उम्मीद के मुताबिक हो रहा है.
ISRO ने कहा है कि सबकुछ उम्मीद के मुताबिक हो रहा है. लैंडिंग का रफ ब्रेकिंग फेज सफल रहा. लैंडिंग का फाइन ब्रेकिंग फेज भी सफल रहा है.
विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अगले 15 मिनट बेहद महत्वपूर्ण होंगे. पीएम मोदी भी ISRO मुख्यालय में मौजूद हैं.
पीएम मोदी चंद्रयान-2 की लैडिंग देखने ISRO सेंटर पहुंच चुके हैं. यह पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी इसरो केंद्र में मौजूद रहकर बड़े अभियान के गवाह बनेंगे. इससे पहले 24 सितंबर 2014 को मिशन मार्स के दौरान भी पीएम मोदी इसरो केंद्र में मौजूद थे. ऐसे में एक बार फिर देश के सबसे ताकतवर नेता का अपने बीच मौजूद होना इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाएगा.
चंद्रमा की सतह पर अपना परचम लहराने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. इसरो सेंटर से मिल रही जानकारी के मुताबिक 1 बजकर 52 मिनट 54 सेकंड पर 'चंद्रयान 2' के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' होगी.
कुछ ही देर में 'चंद्रयान 2' की चांद पर लैंडिग होने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी ही देर में ISRO सेंटर पहुंचने वाले हैं. 1 बजकर10 मिनट से 'चंद्रयान 2' की लाइव कवरेज भी देखने को मिलने लगेगी.
चंद्रयान 2 के सॉफ्ट लैंडिंग का काउंट डाउन शुरू हो गया है. कुछ ही घंटों में उस ऐतिहासिक पल के हम गवाह बनेंगे जहां भारत चंद्रमा की सतह पर अपना परचम लहराएगा. सारा देश आज रात जागा हुआ है और अंतरिक्ष जगत में भारत की धाक जमाने वाले इस मिशन की सफलता के लिए कामना और प्रार्थना कर रहा है.
इसरो ने ट्वीट कर चंद्रयान 2 मिशन को लेकर एक और बड़ी जानकारी दी है. इसरो ने ट्वीट कर कहा कि तीन घंटे से भी कम समय बचा है. 1.15 मिनट से लगातार इसकी लाइव कवरेज देखने को मिलने लगेगी.
इस बीच इसरो ने ट्वीट कर चंद्रयान 2 मिशन को लेकर बड़ी जानकारी दी है. इसरो ने ट्वीट कर कहा कि चार घंटे से भी कम समय बचा है, हम चंद्रयान 2 की लैंडिग की ऐतिहासिक घटना के लिए तैयार हैं. #VikramLander
चंद्रयान 2 की सफल लैंडिंग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सुबह 6 बजे देश के नाम संबोधन होगा, इसरो केंद्र में मौजूद रहकर पीएम देखेंगे लैंडिंग. बता दें कि 24 सितंबर 2014 को मिशन मार्स के दौरान भी पीएम मोदी इसरो केंद्र में मौजूद थे.
पहली बार चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत का चंद्रयान भी हीलियम 3 की तलाश करेगा. अगर भारत इस कोशिश में कामयाब रहा तो ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. एक अनुमान के मुताबिक हीलियम 3 से करीब 500 साल तक ऊर्जा की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. अनुमान है कि चांद पर 10 लाख टन हीलियम 3 मौजूद है, एक टन हीलियम 3 की कीमत 5 अरब डॉलर आंकी जाती है. यानी हीलियम 3 न सिर्फ भारत की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि आर्थिक तौर पर भारत को मजबूत बनाएगा.
जानी-मानी अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने चंद्रयान 2 के चांद तक के सफ़र को लेकर एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत करते हुए अपनी ख़ुशी जताई और भारत की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस होने की बात कही. 'मिशन मंगल' की हीरोइन सोनाक्षी ने कहा कि मंगलयान की तरह अगर चंद्रयान 2 पर भी फिल्म बने तो वो इसमें जरूर काम करना चाहेंगी और चाहेंगी 'मिशन मंगल' की पूरी टीम इसमें काम करे.
जानी-मानी अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने चंद्रयान 2 के चांद तक के सफ़र को लेकर एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत करते हुए अपनी ख़ुशी जताई और भारत की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस होने की बात कही. 'मिशन मंगल' की हीरोइन सोनाक्षी ने कहा कि मंगलयान की तरह अगर चंद्रयान 2 पर भी फिल्म बने तो वो इसमें जरूर काम करना चाहेंगी और चाहेंगी 'मिशन मंगल' की पूरी टीम इसमें काम करे.
चंद्रायान 2 के चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने पर जाने-माने अभिनेता सुनील शेट्टी ने एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत की. भारत की इस अनोखी उपलब्धि पर बेहद ख़ुशी जताते हुए सुनील शेट्टी ने सभी क्षेत्रों में भारत की प्रगति पर बात की.
मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक अपनी कला के ज़रिए चन्द्रयान 2 के चन्द्रमा की सतह पर पहुंचने के ऐतिहासिक पल को रेत पर उकेरा है. उनकी इस कला के ज़रिए चन्द्रयान के करीब होने की अनुभूति उन सैलानियों को हो रही है जो यहां घूमने आए हुए हैं.
भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की पढ़ाई जिस टैगोर बाल निकेतन में हुई, आज वहां पढ़ने वाले छात्र छात्राएं बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं. स्कूल के कल्पना चावला हॉल में मौजूद बच्चे बेहद उत्साहित दिखे हैं. स्कूल की प्रधानचार्य राजन लाम्बा ने कहा कि देश के लिए ये बेहद गर्व का पल है. हम शुभकामनाएं दे रहे हैं.
पार्श्वभूमी
Chandrayaan-2 Live: इसरो से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं.
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