अयोध्या केस LIVE: जिरह के बीच में दूसरे वकीलों के बोलने पर CJI ने कहा- सुनवाई अभी बंद कर देंगे

सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले पर आज 40वें दिन सुनवाई हो रही है. आज छोटे पक्षों ने दलील सुने जाने के लिए और अधिक समय की मांग की. जिसे सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने ठुकरा दिया.

एबीपी माझा वेब टीम Last Updated: 16 Oct 2019 02:38 PM
ऑल इंडिया बाबरी मस्जिद कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अपील वापस लिए जाने की खबरों पर कहा कि मुझे सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अपील वापस लेने की कोई जानकारी नहीं है.
यही वह नक्शा है जिसे मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आज कोर्ट में फाड़ा. किशोर कुणाल की किताब अयोध्या रिविज़िटेड के इस नक्शे को दूसरे दस्तावेजों से मिला कर हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह अपनी बात रखना चाहते थे. लेकिन किताब को रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता रहे धवन भड़क उठे.
यही वह नक्शा है जिसे मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आज कोर्ट में फाड़ा. किशोर कुणाल की किताब अयोध्या रिविज़िटेड के इस नक्शे को दूसरे दस्तावेजों से मिला कर हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह अपनी बात रखना चाहते थे. लेकिन किताब को रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता रहे धवन भड़क उठे.
यूपी सरकार ने फील्ड में तैनात सभी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी है. 30 नवम्बर तक सभी अफसरों की छुट्टियां रद्द की गई है. सभी मुख्यालय में बने रहेंगे. अयोध्या फैसले से पहले सरकार ने ये तैयारी की है.
चुनाव वाले राज्यों में भी अब चर्चा राममंदिर की हो रही है. पुणे की सड़कों पर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर होर्डिंग लगे हैं. आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ख़त्म हो रही है.
सूत्रों के मुताबिक, मध्यस्थता पैनल ने एक सेटलमेंट रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की है. इसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड विवादित ज़मीन के बदले कहीं और जगह दिए जाने पर सहमत हुआ है. इसके अलावा सभी धार्मिक स्थलों की 1947 वाली स्थिति बरकरार रखने वाले कानून पर अमल की भी बात कही है. यह कानून 1991 में नरसिंह राव सरकार ने पास किया था. रिपोर्ट के मुताबिक सेटलमेंट प्रक्रिया में कई अहम हिंदू और मुस्लिम पक्षकार शामिल नहीं हुए. अभी तक कोर्ट ने रिपोर्ट की चर्चा नहीं की है. सुन्नी वक्फ बोर्ड में अपरोक्ष रूप से सरकार के करीबी रहते हैं.
अब निर्मोही के वकील सुशील जैन बोल रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 बजे तक अपनी बात पूरी करने को कहा है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आज हम पांच बजे तक सुनवाई पूरी कर लेंगे.
हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने सुनवाई के दौरान कहा कि अंग्रेज़ों ने इमारत के बाहर रेलिंग लगा दी. हिंदू वहीं तक जाते थे और पूजा कर लौट आते थे. यह ठीक ऐसा ही है जैसे तिरुपति में भी आपको देवता के बिल्कुल करीब नहीं जाने दिया जाता. लोग एक सीमा से पूजा करते हैं. इसलिए रेलिंग से आस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने सुनवाई के दौरान कहा कि अंग्रेज़ों ने इमारत के बाहर रेलिंग लगा दी. हिंदू वहीं तक जाते थे और पूजा कर लौट आते थे. यह ठीक ऐसा ही है जैसे तिरुपति में भी आपको देवता के बिल्कुल करीब नहीं जाने दिया जाता. लोग एक सीमा से पूजा करते हैं. इसलिए रेलिंग से आस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
सुनवाई के दौरान अखिल भारतीय हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने एक किताब का हवाला देना चाहा. मुस्लिम पक्ष के राजीव धवन ने उसे रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता कर विरोध किया. इसके बाद सिंह ने एक नक्शा रखा. धवन ने इसका भी विरोध करते हुए अपने पास दी गई नक्शे की कॉपी को फाड़ दिया. विकास सिंह की जिरह के दौरान एक और वकील ने बीच-बीच में कुछ बोला. नाराज CJI ने कहा कि ऐसा रहा तो हम अभी सुनवाई को पूरा मान लेंगे.
रामलला विराजमान के सीएस वैद्यनाथन ने जिरह पूरी कर ली है. उन्होंने कहा कि पैग़ंबर मोहम्मद ने कहा था कि किसी को मस्ज़िद उसी ज़मीन पर बनानी चाहिए जिसका वह मालिक है. सुन्नी वक्फ बोर्ड जगह पर मालिकाना हक साबित करने में नाकाम रहा है. मुसलमान नमाज़ पढ़ने को आधार बना कर ज़मीन दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
अयोध्या केस के पहले याचिकाकर्ता रहे स्वर्गीय गोपाल सिंह विशारद की तरफ से वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने कहा कि इमारत में मूर्ति रखने का केस अभिराम दास पर दर्ज हुआ. वही वहां पुजारी थे. वह निर्वाणी अखाड़ा के थे. सेवादार होने का निर्मोही अखाड़ा का दावा गलत है.
सूत्रों के मुताबिक, यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मध्यस्थता पैनल के सदस्य श्रीराम पंचू से ज़मीन पर दावा छोड़ने की बात कही है. इस बारे में अभी पंचू की तरफ से कोर्ट को जानकारी दी गई है या नहीं, इस पर स्पष्टता नहीं है. आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान पता चलेगा कि पंचू ने कोर्ट को क्या जानकारी दी है और इस पर कोर्ट और बाकी पक्षकारों का क्या रुख है. वैसे मुस्लिम पक्ष से कई पक्षकार हैं. सब इसके विरोध में हैं. ऐसे में पूरी सुनवाई हो जाने के बाद इस प्रस्ताव का कोई खास असर नहीं पड़ना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि आज शाम 5 बजे सुनवाई खत्म कर ली जाएगी. अपनी बात कहने के लिए समय मांग रहे अलग से अर्ज़ी दाखिल करने वाले लोगों को इजाज़त देने से कोर्ट ने मना कर दिया. चीफ जस्टिस ने कहा कि आज हम सुनवाई पूरी कर के उठेंगे.
अयोध्या में संतों और मुस्लिम पक्षकारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती, राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास समेत अन्य की सुरक्षा में पुलिस के जवान लगाए गए है. इकबाल अंसारी की सुरक्षा में भी बढ़ोतरी की गई है.
अयोध्या मामले में आज 40वें दिन सुनवाई हो रही है. सुनवाई के लिए जस्टिस कोर्ट रूम में पहुंचे. जिसके बाद कुछ छोटे पक्षकारों ने समय दिए जाने की मांग की. जिसपर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि आज 5 बजे सुनवाई पूरी हो जाएगी. हम और समय नहीं देंगे.
बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अगले महीने फैसला सुनाएगा. हम तो यही कहना चाहते हैं कि कोर्ट फैसला करे.70 साल का मामला है. याचिका दायर करने वाले ज्यादातर इस दुनिया में नहीं रहे. नई पीढ़ी इस मामले में शामिल है. हमलोग चाहते हैं कि जो सभी पक्षों ने सबूत पेश किया है, उसी के आधार पर शीर्ष अदालत फैसला करे और सभी फैसला स्वीकार करेगा.
रामजन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष रामविलास वेदांती ने कहा कि जब राम का जन्म हुआ था तब इस्लाम का भी जन्म नहीं हुआ था.राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था और इस्लाम का कलयुग में हुआ. अयोध्या में आज भी राजमहल है.
अयोध्या पर फैसला और दीपोत्सव के मद्देनजर अयोध्या में अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. फिलहाल अयोध्या में धारा 144 लागू है. इस बीच पीएसी के साथ-साथ 3 जोन से पुलिस फोर्स की डिमांड भेजी गई है. प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी जोन से पुलिस फोर्स की डिमांड की गई है. जोनल फोर्स के साथ सीबीसीआईडी, एंटी करप्शन, ईओडब्लू और पीएसी की फोर्स भी अयोध्या में तैनात रहेगी. उपचुनाव के बाद केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी अयोध्या में तैनात किया जाएगा.
आज की सुनवाई में क्या हो सकता है :- 1- सभी मुख्य पक्षों को जिरह और जवाब के लिए जो समय दिया गया है उसमें साढ़े 3 से 4 घंटे का वक्त लग सकता है. 2- ऐसे में मोल्डिंग ऑफ रिलीफ यानी राहत और वैकल्पिक राहत के बारे में चर्चा के लिए डेढ़ से 2 घंटे होंगे. 3- अगर यह भी इतने समय में पूरा हो गया और लंबे समय से अपनी बात रखने की प्रतीक्षा कर रहे छोटे पक्षों को कोर्ट ने मौका दिया और उनकी भी बात आज पूरी हो गई तो सुनवाई आज ही खत्म हो सकती है. 4-थोड़ी संभावना इस बात की है कि सुनवाई कल भी कुछ समय चले. हालांकि, इसका पता आज सुनवाई के दौरान ही चलेगा. अभी ज़्यादा गुंजाइश इसी बात की लग रही है कि सुनवाई आज पूरी हो सकती है.
रामजन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष रामविलास वेदांती ने कहा कि मुसलमान अपना दावा छोड़ें. अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा, मस्जिद नहीं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करेंगे. उनके बयान के बाद मुस्लिम पक्ष ने भी कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करेंगे.
अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद केस को लेकर चर्चा जोरों पर है. आज सुप्रीम कोर्ट में 40 वें दिन सुनवाई होगी. संभव है कि आज सुनवाई पूरी हो जाएगी. इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने हरिद्वार में 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक सभी 'प्रचारकों' की बैठक बुलाई है. इस बैठक में राम मंदिर पर चर्चा हो सकती है.

पार्श्वभूमी

नई दिल्ली: अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले में अब फैसले की बारी है. सुप्रीम कोर्ट में संभवत: आज सुनवाई पूरी हो जाएगी. शीर्ष अदालत में 39 दिनों तक सुनवाई हुई है. चीफ जस्टिस ने मंगलवार को सभी पक्षों से कहा कि बुधवार (आज) तक वे अपनी जिरह पूरी कर लें.


 


सभी मुख्य पक्षों को जिरह पूरी करने के लिए जो समय दिया गया है उसमें साढ़े तीन से चार घंटे का वक्त लग सकता है. ऐसे में मोल्डिंग ऑफ रिलीफ यानी राहत के बारे में चर्चा के लिए डेढ़ से दो घंटे होंगे. अगर यह भी इतने समय में पूरा हो गया और लंबे समय से अपनी बात रखने की प्रतीक्षा कर रहे छोटे पक्षों को कोर्ट ने मौका दिया और उनकी भी बात आज पूरी हो गई तो सुनवाई आज ही खत्म हो सकती है. थोड़ी संभावना इस बात की है कि सुनवाई कल यानी गुरुवार को भी कुछ समय चले.

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