मुंबई :  मुंबई वगळता इतर महापालिका आणि नगर परिषदेतील नगरसेवक संख्या 15 टक्क्यांनी वाढविली जाणार आहे.  त्या पालिकेतील स्थानिक लोकसंख्येनुसार नगरसेवक वाढवण्याचा निर्णय राज्य सरकारने घेतला आहे. 2011 च्या लोकसंख्येनुसार सदस्य संख्या होती तीच आता 2021 च्या लोकसंख्येनुसार करण्यावर आज राज्य मत्रिमंडळाच्या बैठकीत निर्णय घेण्यात आला आहे.  सध्या महानगरपालिकांतील सदस्य संख्या किमान 65 सदस्य व कमाल 175 इतकी आहे. तर नगरपरिषदांमधील सदस्य संख्या किमान 17 सदस्य व कमाल 65 इतकी आहे. महानगरांमधील व लहान नागरी क्षेत्रांमध्ये झालेले रचनात्मक परिवर्तन व नागरी समस्यांची उकल व विकास योजनांचा वेग वाढविणे यासाठी सर्व कार्यक्षेत्राला योग्य न्याय देण्याच्या दृष्टीने सदस्य संख्या वाढविण्याची आवश्यकता आहे.  


2011 च्या जनगणनेच्या आकडेवारीच्या आधारावर महानगरपालिका व नगरपरिषदांमधील सदस्य संख्या निर्धारित आहे. कोवीड-19 च्या प्रार्दुभावामुळे 2021 च्या जनगणनेचे निष्कर्ष मिळण्यास आणखी काही कालावधी लागणार आहे. या कालावधीत  लोकसंख्या वाढीचा सरासरी वेग गृहीत धरुन अधिनियमात नमुद केलेल्या महानगरपालिका व नगरपरिषदांच्या किमान सदस्य संख्येत 17 टक्के इतकी वाढ करण्याचा निर्णय घेण्यात आला. किमान सदस्य संख्या वाढविल्यामुळे पुढील सदस्य संख्या देखील वाढेल व त्यामुळे पर्यांप्त सदस्य संख्या निश्चित होईल.


महापालिका       आधी          आता


परभणी              65            76


चंद्रपूर               66            77


अहमदनगर         68          79


लातूर                  70           81


धुळे                  74             85


जळगाव             75            86


सांगली-              78         89


उल्हासनगर          78            89


पनवेल                78            89


अकोला               80            91


कोल्हापूर              81            92


नांदेड-वाघाळा        81           92


मालेगांव              84            95


अमरावती              87            98


भिवंडी-निजामपूर       90            101


मिरा-भाईंदर           95          106


सोलापूर               102           113


नवी मुंबई             111           122


औरंगाबाद             115           126


वसई-विरार            115           126


नाशिक                122             133


कल्याण-डोंबिवली        122           133


पिंपरी-चिंचवड          128           139


ठाणे                  131            142


नागपूर                151           156


पुणे                  162           173


महानगरपालिकांमध्ये तीन लाखापेक्षा अधिक व सहा लाखापर्यंत लोकसंख्येसाठी निवडून आलेल्या पालिका सदस्यांची किमान संख्या 76 व अधिकत्तम संख्या 96 पेक्षा अधिक नसेल. 
सहा लाखापेक्षा अधिक व 12 लाखांपर्यंत लोकसंख्येसाठी निवडून आलेल्या पालिका सदस्यांची किमान संख्या 96 व अधिकत्तम संख्या 126 पेक्षा अधिक नसेल.
12 लाखापेक्षा अधिक व 14 लाखापर्यंत लोकसंख्येसाठी निवडून आलेल्या पालिका सदस्यांची किमान संख्या 126 व अधिकत्तम संख्या 156 पेक्षा अधिक नसेल. 
24 लाखापेक्षा अधिक व 30 लाखापर्यंत लोकसंख्येसाठी निवडून आलेल्या पालिका सदस्यांची किमान संख्या 156 व अधिकत्तम संख्या 168 पेक्षा अधिक नसेल.
30 लाखापेक्षा अधिक लोकसंख्येसाठी निवडून आलेल्या पालिका सदस्यांची किमान संख्या 168 व अधिकत्तम संख्या 185 पेक्षा अधिक नसेल.


अ वर्ग नगरपरिषदांमध्ये निवडून आलेल्या परिषद 


सदस्यांची किमान संख्या 40 व अधिक संख्या 75 हून अधिक नसेल. 
ब वर्ग नगरपरिषदांमध्ये निवडून आलेल्या परिषद सदस्यांची किमान संख्या 25 व अधिक संख्या 37 हून अधिक नसेल. 
क वर्ग नगरपरिषदांमध्ये निवडून आलेल्या परिषद सदस्यांची किमान संख्या 20 व अधिक संख्या 25 हून अधिक नसेल.