जब बात सही है तो फर्क नहीं पड़ता किसने कही है
राम अवतारी है, पर एक दशानन दस राघव पर भारी है
आप काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं
तेरी बुआ का बगीचा नहीं है
जली ना? और भी जलेगी! कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की
बोल दिया जो हमारी बहनों को हाथ लगाएँगे, हम उनकी लंका लगाएँगे
मैं इक्ष्वाकु वंश का राघव, आपकी छाती में ब्रह्मास्त्र गाड़ने को विवश हूँ
रघुपति राघव राजा राम बोल, वरना आज खड़ा है, कल लेटा हुआ मिलेगा
चुपचाप अपना तमाशा समेट और निकल अपने बंदरों को ले कर! मेरे एक सपोले ने तेरे शेषनाग को लम्बा कर दिया।
सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं