chunkey Pandey Majha Katta : तिच्या वडिलांचा विरोध होता, चंकी पांडेंची लव्ह स्टोरी ऐका
chunkey Pandey Majha Katta : तिच्या वडिलांचा विरोध होता, चंकी पांडेंची लव्ह स्टोरी ऐका
चंकी जी, आपका बहुत-बहुत स्वागत इस प्रोग्राम में और यह हमारे बातों का सफर शुरू करने से, मतलब शुरुआत उसकी मैं एक्चुअली करना चाहता हूं कि इतना अच्छा नाम है आपका सुयश, जो आपको भरपूर मिला तो वो उसका त्याग करके यह नाम क्यों लिया आपने? राजीव जी, पहले तो बताना चाहता हूं कि आज मैंने अपना रेट बढ़ा दिया है, बिकॉज मैं एबीपी माजाकट्टा में आया हूं, मैं देखा भाई इधर सब पूरी ऑल द टॉप पीपल ऑफ द वर्ल्ड हैव कम तो आज से मैंने अपना रेट पांच दज और बढ़ा दिया, आम जोकिंग नहीं नहीं 100%, 100% कर दिया रेट इंक्रीस, सर थैंक यू फॉर इनवाइटिंग मी आउट हियर और जैसे बोलते हैं नाम हम अपना खुद नहीं रखते, हमेशा मम्मी डैडी रख मेरा नाम मेरे दादाजी ने रखा सुयश, सु माने गुड अनि यश माने सक्सेस, बट बचपन में क्या था ना मैं थोड़ा मंकी दिखता था तो लोग मुझे मंकी मंकी बुलाते थे तो वहां मंकी से आया नाम चंकी. अब जब मुझे मेरी पहली फिल्म मिली पहलाज निलानी के साथ तो सब मुझे चंकी बुलाते थे, स्कूल के दोस्त मुझे सुयाश बुलाते थे, लेकिन घर पे चंकी बुलाते थे, उन्होंने कहा यार ये चंकी बड़ा अजीब नाम है, मैं चाहता हूं मैं इस नाम को बदली कर दूं, कुछ माइथोलॉजिकल नाम ढूंढते हैं, बिकॉज उन्होंने अभी-अभी गोविंदा को लांच किया था, तो फिर पूछा मेरा रियल नाम क्या है तो मैंने बोला सुयश, फिर उन्होंने अपने बच्चों से पूछा, बट बच्चों को चंकी नाम बड़ा अच्छा लगा, सो इट इज अ मोर यू नो इजी नेम तो वहां से चंकी रह ही गया फिल्म्स में, लेकिन मुझे एक बात का हमेशा मतलब