Anup Jalota Majha Maha Katta : 5 वर्ष थांबायला हवं होतं..अनुप जलोटांनी खंत बोलून दाखवली
Anup Jalota Majha Maha Katta : 5 वर्ष थांबायला हवं होतं..अनुप जलोटांनी खंत बोलून दाखवली
लेकिन गलती वो अगर बिग बॉस छोड़ भी दे तो ऐसी आपकी जिंदगी के प्रसंग जिसको लेकर आपको बड़ा दुख है ऐसा वाला और जिसको लेकर आपको बहुत अच्छा लगता है ऐसा वाला एक रिग्रेट है मैं बॉम्बे आया 1973 में उन दिनों बॉम्बे था मुंबई है 1973 में आया और खूब मेहनत कर रहा था, क्लासिकल सीख रहा था, अपने पिताजी से बैठकर खूब क्लासिकल सीखता था और मैंने सोचा था कि और तैयारी हो जाए तो मैं शुरू करूंगा अपनी रिकॉर्डिंग्स अच्छी-अच्छी तो एक हम कॉन्सर्ट करके आए हरे कृष्णा मंदिर में जन्माष्टमी का प्रोग्राम वो करके हम घर आ गए ये 1979 की बात है तो मुझे उसके दो महीने बाद फोन आया हरे कृष्णा मंदिर से कि अनूप जी आप जो यहां गाकर गए हैं वो रिकॉर्डिंग हमने की हमको बहुत पसंद आई है हम उसको पॉलीडोर को दे रहे हैं पॉलीडोर म्यूजिक कंपनी थी उन दिनों तो मैंने कहा भाई मुझे सुनने तो दो मैंने क्या गाया उस दिन क्या है तो मैंने सुना तो मुझे लगा कि इसमें मजीरे की कमी है क्योंकि उसमें मैं हारमोनियम बजा के गा रहा था तबले पर हमारे साथ रूप कुमार राठौड़ थे और गिटार पर गुरदीप सिंह थे, हम तीन लोग परफॉर्म कर रहे, मंजीरा हो तो भजन और अच्छा लगेगा, तो मजीरे के लिए बुलाया, इंद्रु आत्मा जी को उन्होंने ऐड किया, डबिंग की, फिर सुना तो मुझे ज्यादा अच्छा लगा, मैंने कहा ठीक है, अभी इसको रिलीज करो तो उन्होंने कहा पॉलीडोर वालों ने जी, अब सुनने के बाद तो हमको ये मन हो रहा है कि हम इसका डबल एल्बम बनाए, अरे मैंने कहा यार कोई जानता नहीं मुझे. सिंगल एल्बम बिकना मुश्किल होगा आप लोग डबल एल्बम निकालोगे हा डबल निकालेंगे उन्होंने रिलीज कर दिया और उसका नाम रखा भजन संध्या भजन संध्या रिलीज होने के तीन महीने बाद तीन महीने के अंदर मैं दुनिया भर में मशहूर हो गया हर घर में ऐसी लागी लगन बज रहा था हर घर में मैया मोरी में नहीं माखन खायो बजरा था हर घर में रंग दे चुनरिया ऐसी लागी लगन सब रहा था तो क्या हुआ कि उन दिनों, क्योंकि मैं अपने पिताजी से बहुत मेहनत से सीख रहा था, वह सीखना बंद हो गया, मैं सारी दुनिया में ट्रेवल करना शुरू हो गया, हर जगह प्रोग्राम कर रहा हूं, हर जगह हो रहा है, भजन संध्याबाया, नूर जलोटा, ये वो दुनिया, मेरा सीखना बंद हो गया, मुझे भगवान ने अगर पांच साल के बाद वो नाम दिया होता तो मैं और अच्छा गाता, ये रेग्रेट मेरे अंदर है. कि वह पांच साल ईश्वर द्वारा रख लेता मेरे लिए तो आपको एक बेटर सिंगिंग अनूप जलोटा मिलता जी.