Bihar Flood Live Updates: सुबह से 4000 लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकाला गया, ये बादल फटने जैसी स्थिति-NDRF

बिहार में भारी बारिश की तबाही जारी है और फिलहाल राहत की भी उम्मीद नहीं दिख रही है. राजधानी पटना समेत कई हिस्सों में आज भी बारिश हो रही है. एनडीआरएफ ने कहा है कि सुबह से 4000 लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकाला जा चुका है, बिहार में जैसी स्थिति आज देखी जा रही है वो कभी नहीं देखी गई.

एबीपी माझा वेब टीम Last Updated: 30 Sep 2019 04:20 PM
नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) के डीजी एस एन प्रधान ने बताया है कि पटना में जैसी स्थिति आज देखी जा रही है वो पहले कभी नहीं देखी गई है. ये लगभग बादल फटने जैसी स्थिति है. ज्यादा असर जलभराव की वजह से देखा जा रहा है. एनडीएरएफ की जो 19 टीमें लगाई हैं उनमें से 5 पटना में ही तैनात हैं. आज एनडीआरएफ ने सुबह से 4000 लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकाला है.
बिहार के सहरसा जिले में भी बारिश का कहर देखने को मिला है. सदर थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी में लगातार बारिश होने से मोहल्ले में घर-घर में पानी घुसा हुआ है, लोग हलकान और परेशान हैं. वहीं जिला प्रशासन की तरफ से या नगर परिषद की ओर से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिससे मोहल्ले वासी बेहद परेशान हैं. लोग अपने अपने घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हैं. हालात ऐसे हैं कि शहर के कई मुहल्ले में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से लोगों का जीना मुहाल है. ऐसी स्थिति में लोग घर से जुड़ा रोजमर्रा का सामान लाने में भी असमर्थ हैं. प्रभावित लोगों का कहना है कि अगर जल्द नगर परिषद के द्वारा जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो माहमारी फैलने से कोई नहीं रोक सकता है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दो आईएएस और 22 प्रशासनिक सेना के अधिकारियों की तैनाती आपदा से निपटने के लिए की है. राजधानी पटना समेत राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ से संकट गहरा गया है.
पटना के कुम्हरार से बीजेपी विधायक अरुण सिन्हा ने दावा किया कि प्रशासन बाढ़ में मदद नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा, ''हम लगातार हालात पर नजर बनाएं हुए हैं. यहां पर प्रशासन से पर्याप्त सहयोग नहीं मिल रहा है इसलिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर यहां आए हैं.''
मशहूर गायिका शारदा सिन्हा ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर कहा है कि राजेंद्र नगर में अपने घर में पानी में फसी हुई हूं. मदद नही मिल पा रही है NDRF की राफ्ट तक भी पहुंचना असंभव है. पानी महक रहा है. काश भारत में एयर लिफ्ट की सुविधा होती. कोई रास्ता हो तो बताएं.
ऊर्जा विभाग, बिहार सरकार द्वारा सूचित किया जा रहा है कि पटना शहर में मुसलाधार वर्षा और जल-जमाव को देखते हुए बिजली की आपूर्ति कुछ क्षेत्रो में बाधित की गयी है ताकि जान- माल की रक्षा हो सके. पावर सब स्टेशनों से पानी निकालने का कार्य लगातार चल रहा है . जल- स्तर घटने और विद्युत् उपकरणों का जल से सम्पर्क समाप्त होने पर बिजली की आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल कर दी जायेगी .
बिहार बाढ़ को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं और कई लोगों की मौत के समाचार हैं. जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे प्रभावित लोगों के राहत और बचाव कार्य में तत्काल जुट जाएं.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि हालात बहुत खराब हैं, कई इलाके डूबे हुए हैं सरकार लगातार प्रयास कर रही है. अभी हथिया नक्षत्र है, हथिया नक्षत्र ने डुबो दिया है. विपक्ष हमसे क्या कहेगा विपक्ष के चलते ही अभी तक हम बिहार को सुधार नहीं पाए हैं. 14 साल जरूर हो गए लेकिन हालात अभी भी सुधारने की कोशिश जारी है. मैं जब बिहार सरकार में मंत्री था तो कई अवैध निर्माण हटाये थे.
बिहार के भोजपुर में इन दिनों बाढ़ और बारिश से लोग काफी परेशान है. पिछले तीन दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश ने आम जन जीवन को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है. आलम यह है कि एनएच-84 जो आरा-बक्सर को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग है, उस पर भी 2-3 फुट बाढ़ का पानी चढ़ गया है. जिससे उस मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है.
केंद्रीय कानून मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि हम जनता की पीड़ा के साथ हैं. गंगा का स्तर बढ़ा है. पानी निकल नहीं पा रहा है. मैं खुद निगरानी कर रहा हूं. प्रशासन काम कर रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
4 दिनों से बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार के घर में भी पानी है. प्रेम कुमार पहली मंजिल पर रह रहे हैं. गार्ड और कर्मचारियों का कहना है कि सभी काम पर जुटे हैं.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का घर भी बाढ़ की चपेट में है. सुशील मोदी का घर राजेंद्र नगर में ही है. उन्होंने पहले तल को खाली कर दिया है. घर में सुशील मोदी पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं. जानकारी के मुताबिक आज किसी भी समय अपने सरकारी आवास की तरफ आने को कोशिश करेंगे. सुशील मोदी सरकारी आवास में न रहकर राजेन्द्र नगर में अपने पैतृक आवास में रहते हैं.
बिहार के जहानाबाद में बाढ़ के कारण स्थिति और भी भयावह होती जा रही है. दरधा और यमुना नदी में जलस्तर में वृद्धि होने के कारण डीएम ऑफिस, पुलिस लाइन,डीडीसी कार्यालय और शहर के बीचों बीच एनएच-83 पर बाढ़ का पानी क्रॉस कर गया है. शहर के निचले मोहल्लों में जाफरगंज, देवरिया,नयाटोला और दौलतपुर समेत कई मोहल्लो में पानी प्रवेश कर गया है. डीएम ऑफिस परिसर और पुलिस लेन में तकरीबन दो से तीन फीट पानी भर गया है.
लखीसराय में जिला जज समेत, SP, SDPO और सदर अस्पताल जैसे सभी सरकारी दफ्तर व आवास भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. जिले के बाढ़ दियारा का संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया है. गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचली इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है. रेहुआ गांव पुरी तरह जलमग्‍न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया व रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय व जिला मुख्यालय से भंग हो गया. आवागमन के लिए नाव ही एक मात्र साधन है.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि बिहार के हालात नीतीश कुमार के सुशासन की पोल खोलते हैं. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि प्राकृतिक आपदा नहीं है, प्राकृतिक आपदा है लेकिन ऐसी आपदा से निपटने के लिए भी कुछ इंतजाम होने चाहिए थे जो नहीं है. पिछले 14 साल से उनकी सरकार है ऐसे में वह बच नहीं सकते.
बिहार सरकार ने पटना के जल जमाव से निपटने के लिए कोल इंडिया से दो डी वाटरिंग पंप मशीन की मांग की है. कल बिलासपुर से ट्रक से निकल चुका है. दो हेलीकॉप्टर की मांग की गई है. एक हेलीकॉप्टर आज दोपहर बाद पहुंच जाएगा. इस हेलिकॉटर से राहत का सामान बांटा जाएगा. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने दावा किया है कि राजेन्द्र नगर और कंकड़ बाग इलाके में ट्रैक्टर और बस से लोगों की निकाला जा रहा है. आज बारिश कम या आंशिक होने से पानी के स्तर में कमी आएगी. राहत और बचाव के काम को तेज किया जा रहा है.
बिहार के कैमूर जिला में लगातार तीन दिनों से बारिश के कारण दो जगहों पर मिट्टी के मकानों की दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई. कैमूर के जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने बताया कि जिला मुख्यालय भभुआ के वार्ड संख्या सात में सबरी नगर मोहल्ले में मिट्टी के घर की दीवार गिरने से 62 वर्षीय महिला मुखिया देवी और उनकी 12 वर्षीय नातिनी सविता कुमारी की मौत हो गई. कैमूर जिला के भभुआ थाना अंतर्गत डुमरैथ गांव में मिट्टी के घर की दीवार गिरने से पुलिस चौधरी के छह वर्षीय पुत्र शिवम की मौत हो गई. बेगूसराय जिला में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य घायल हो गए . जमुई जिला में डूबने से और पूर्णिया जिला में दीवार गिरने से एक—एक व्यक्ति की मौत हो गयी है.
पटना वासियों को बारिश से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग ने आज कहा कि अगले कुछ दिनों तक पटना में गरज के साथ तेज बारिश होगी. मुख्यमंत्री ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था.
बिहार सरकार ने वायुसेना से दो हेलिकॉप्टर मांगी है. ताकि दवा, खाने का सामान लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सके. पटना में पिछले पांच दिनों से रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है. जिसकी वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है.
गया में फल्गु नदी में पानी का तेज बहाव से निचले इलाको में पानी घुस आया है. वजीरगंज के लक्ष्मीनगर सहित कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति हैं. कई मिट्टी के बने मकान गिर गए हैं. वजीरगंज में नदी पर बने पुल में नदी का गाद जमा होने की वजह से नदी का पानी गांव में घुसा है.
पटना ज़िला प्रशासन ने जल जमाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों में नाव की व्यवस्था की है. नाव के साथ जिन्हें ज़िम्मेदारी दी गई हैं उनका नाम और मोबाइल नंबर ज़ारी किया गया. बाढ़ राहत के लिए बनाए गए शिविरों की सूची और पदाधिकारियों का ब्योरा भी दिया गया है.
पटना ज़िला प्रशासन ने जल जमाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों में नाव की व्यवस्था की है. नाव के साथ जिन्हें ज़िम्मेदारी दी गई हैं उनका नाम और मोबाइल नंबर ज़ारी किया गया. बाढ़ राहत के लिए बनाए गए शिविरों की सूची और पदाधिकारियों का ब्योरा भी दिया गया है.
पटना ज़िला प्रशासन ने जल जमाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों में नाव की व्यवस्था की है. नाव के साथ जिन्हें ज़िम्मेदारी दी गई हैं उनका नाम और मोबाइल नंबर ज़ारी किया गया. बाढ़ राहत के लिए बनाए गए शिविरों की सूची और पदाधिकारियों का ब्योरा भी दिया गया है.
पटना के जिलाधिकारी ने सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों और सभी कोचिंग संस्थानों को एक अक्टूबर तक संस्थान बंद रखने के लिे कहा है. जल जमाव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने फैसला लिया है.

पार्श्वभूमी

बिहार में भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त है. बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे खराब हालत पटना की है. जहां हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. सड़कों पर नाव चल रही है. एनडीआरएफ की टीम निचले इलाके से लोगों को निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. कई जगहों पर राहत शिविर बनाए गए हैं. राजधानी की बदतर हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रात में बैठक की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.


 


मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद कहा, ''पर्यावरण के असंतुलन के चलते जलवायु में परिवर्तन हो रहा है, उसी कारण शुरूआती दौर में कुछ इलाकों में हेवी रेन हुआ था और बाढ़ की स्थिति आई. उसके बाद सब जगह पानी की कमी और सूखे की स्थिति हो गई फिर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा.''

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