मुंबई के डोंगरी में 4 मंजिला रिहायशी बिल्डिंग गिरने से अब तक 12 लोगों की मौत
मुंबई में बड़ा हादसा हुआ है. यहां डोंगरी में चार मंजिला पुरानी बिल्डिंग का आधा हिस्सा गिर गया है. इस हादसे के बाद करीब 40 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. वहीं, गली छोटी होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हादसे का शिकार हुई इमारत का नाम कौसर बाग है. पल-पल की अपडेट जानें.
एबीपी माझा वेब टीम
Last Updated:
16 Jul 2019 07:01 PM
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुंबई में चार मंजिला रिहायशी इमारत के गिरने की घटना पर मंगलवार को दुख जताया और कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समय रहते कारगर कार्रवाई क्यों नहीं होती ? प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुंबई में चार मंजिला इमारत के मलबे में फंसे लोगों के सकुशल होने की कामना करती हूं. दुखी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.
महाराष्ट्र के गृहनिर्माण मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने दावा किया है कि दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में चार मंजिला इमारत गिरने से 12 लोगों की मौत हुई है. वहीं एक अधिकारी ने कहा कि 40 से 50 लोग घायल हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. राहत बचाव कार्य अब भी जारी है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा- हमें बिल्डिंग हादसे की खबर मिली है. करीब 15 परिवार मलबे में फंसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि बिल्डिंग 100 साल पुरानी है. इस वक्त हमारे सामने सबसे बड़ा सवाल है कि कैसे फंसे लोगों को बचाया जाए. उसके बाद इस घटना की जांच कराई जाएगी. जांच के बाद सरकार मुआवज़े का एलान करेगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फण्डवीस ने कहा है कि मुझे जानकारी मिली है कि ये इमारत 100 साल पुरानी थी और इस इमारत में करीब 15 परिवार रह रहे थे. फिलहाल हमारी प्राथमिकता लोगों को मलबे से बाहर निलाकने की है.
खबर मिल रही है कि इस बड़े हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है. लगातार मलबा हटाने का काम जारी है. अभी भी 35 के करीब लोग मलबे में फंसे हुए हैं. बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गयी है.
चश्मदीदों ने बताया है कि करीब 5 लोगों को सुरक्षित मलबे से बाहर निकाल लिया गया है. सूत्रों को मुताबिक अभी भी मलबे में करीब 35 लोग दबे हुए हैं.
मौके पर पहुंचे एबीपी न्यूज़ के संवाददाताओं का कहना है कि राहत और बचाव का काम जारी है, लेकिन अब तक एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंच सकी है. राहत और बचाव के काम में स्थानीय लोग जमकर हिस्सा ले रहे हैं. सकरी गली होने की वजह से राहत के काम में भारी परेशानी का सामना है. मलबे से कुछ लोगों को निकाला गया है.
इमारत के मलबे के नीचे ज्यादातर महिलाओं और बच्चों के फंसे होने की आशंका है. गली संकरी होने की वजह से मदद पहुंचने में दिक्कत हो रही है. हालांकि स्थानीय लोग प्रशासन की पूरी मदद कर रहे हैं और घायलों को एम्बुलेंस तक ले जाया जा रहा है.
जो इमारत गिरी है वह जर्जर थी, लेकिन बीएमसी की 'खतरे वाली इमारत' की लिस्ट में इस बिल्डिंग का नाम ही नहीं था. फिलहाल प्रशासन की पहली प्रार्थमिकता मलबे को हटाकर लोगों को बचाने की है. रेस्क्यू टीम्स ने कई लोगों और बच्चों को मलबे से बाहर निकाला है.
जहां ये हादसा हुआ है वहां गलियां बहुत छोटी हैं, इसलिए मदद और एनडीआरएफ की टीमों को पहुंचने में दिक्कतें आ रही है. फिलहाल स्थानीय लोग प्रशासन की मदद में जुट गए हैं. लोगों को मलबे से निकालने के लिए मानव श्रृंखला बनाई गई है.
हादसे को लेकर एनसीपी सांसद माजिद मेमन ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. माजिद मेमन ने कहा है, ‘’राज्य सरकार, बीएमसी और अधिकारियों की जिम्मेदारी है. हर दिन घटनाएं हो रही हैं, लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे. हर बार मुद्दा उठता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती.’’
घटनास्थल पर स्थानीय निवासी, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. अभी अभी मलबे से एक चार से पांच साल का बच्चा बाहर निकाला गया है. हादसे वाली जगह काफी भीड़ जुट गई है.
हादसे वाली बिल्डिंग मुम्बई के भायखला इलाके के नजदीक है. ये इमारत काफी पुरानी बताई जा रही है. मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई है. ये हादसा आज सुबह करीब 11.40 बजे हुआ है. फिलहाल एनडीआरएफ की टीम मौके पर नहीं पहुंची है.
पार्श्वभूमी
मुंबई: मुंबई में बड़ा हादसा हुआ है. यहां डोंगरी में चार मंजिला पुरानी बिल्डिंग का आधा हिस्सा गिर गया है. इस हादसे के बाद करीब 40 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. वहीं, गली छोटी होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हादसे का शिकार हुई इमारत का नाम कौसर बाग है. पल-पल की अपडेट जानें.
यह भी पढ़ें-
पाकिस्तान ने भारत के विमानों के लिए खोला अपना एयर स्पेस, बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद किया था बंद
आधे देश पर बाढ़ का खतरा: बिहार-पूर्वोत्तर में बाढ़ से करीब 70 लाख लोग प्रभावित, अब तक 44 की मौत
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -